बंगाल में प्रोफेसर ने क्लास में रचाई स्टूडेंट से शादी, तस्वीरें वायरल होने के बाद यूनिवर्सिटी ने छुट्टी पर भेजा
January 30, 2025 | by Deshvidesh News

सोशल मीडिया में हाल ही के दिनों में एक वीडियो वायरल हुआ, जिसमें एक प्रोफेसर कक्षा में एक छात्र से शादी करते हुए दिखाई दी. ये वीडियो पश्चिम बंगाल के एक कॉलेज का है. वीडियो वायरल होने के बाद प्रोफेसर की काफी आलोचना होने लगी. इतना ही नहीं इस घटना पर एक जांच के भी आदेश दिए गए. प्रोफेसर की पहचान पायल बनर्जी के रूप में हुई है और वह कई सालों से मनोविज्ञान पढ़ा रही हैं. पायल ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि ये एक नकली शादी थी. उनके खिलाफ साजिश रची गई है. वीडियो एक ‘साइको-ड्रामा’ का हिस्सा था. जिसका इस्तेमाल कक्षा में अवधारणाओं को समझाने के लिए किया गया था.
इस वीडियो के कारण संस्थान के अधिकारियों ने तीन सदस्यीय पैनल द्वारा घटना की जांच के आदेश दिए हैं. अधिकारियों ने बताया कि कथित घटना नादिया जिले के हरिंगहाटा प्रौद्योगिकी कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग में हुई. यह कॉलेज मौलाना अबुल कलाम आज़ाद प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के अंतर्गत काम करता है. जांच पूरी होने तक पायल बनर्जी को छुट्टी पर भेज दिया गया है. जांच के लिए अधिकारियों ने तीन सदस्यीय पैनल का गठन किया है. अधिकारी ने कहा कि उचित जांच के बिना हम कोई सख्त कार्रवाई नहीं कर सकते.
स्क्रिप्ट के अनुसार काम किया
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में छात्र पायल को गुलाब देते हुए दिखाई दिया. जबकि पायल पूरी तरह से दुल्हन की तरह सजी हुई थी. इस मामले पर पायल बनर्जी ने कहा कि छात्रों ने मुझसे मुख्य किरदार निभाने का अनुरोध किया और मैं सहमत हो गई. कॉलेज के अन्य सदस्यों को इसके बारे में पता था और उन्होंने कार्यक्रम के लिए सहमति व्यक्त की; तब किसी ने आपत्ति नहीं की. मेरे प्रथम वर्ष के छात्रों और मैंने स्क्रिप्ट के अनुसार काम किया. इसमें कुछ भी गंभीर नहीं था. प्रोफेसर का कहना है कि यह कोई वास्तविक शादी नहीं थी. वीडियो को उनकी छवि खराब करने के लिए लीक किया गया.
पायल बनर्जी ने कहा, “कुछ लोगों ने इसे मेरे खिलाफ इस्तेमाल किया. मुझे पता है कि यह किसने किया. मुझे उस व्यक्ति के खिलाफ बहुत सारी शिकायतें मिलीं थी. जिसने यह वीडियो लीक की है.” प्रोफेसर और छात्रा के हस्ताक्षरों वाला एक यूनिवर्सिटी लेटरहेड भी वायरल हो गया है, जिसमें दोनों ने एक-दूसरे को जीवनसाथी के रूप में स्वीकार किया है. इसमें दोनों पक्षों के तीन-तीन गवाहों के हस्ताक्षर भी हैं.
RELATED POSTS
View all