मेरा क्या कसूर! मुंबई में चार महीने की बच्ची को क्यों नहीं मिल रही ‘मां’, पढ़ें क्या है पूरी कहानी
March 2, 2025 | by Deshvidesh News

नवी मुंबई में एक चार महीने की बच्ची के अब कोई माता-पिता नहीं हैं. ऐसा इसलिए क्योंकि एक हिंदू महिला ने मुस्लिम महिला के आधार कार्ड का इस्तेमाल करते हुए केईएम अस्पतला में बच्ची को जन्म दिया था. मुस्लिम महिला उस बच्ची को गोद लेना चाहती थी लेकिन वो लंबी कानूनी गोद लेने की प्रक्रिया से बचना चाहती थी और इसलिए दोनों महिलाओं ने मिलकर ऐसा किया.
मुस्लिम महिला चाहती थी एक और बच्चा
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक मुस्लिम महिला एक और बच्चा चाहती थी लेकिन दूसरी प्रेग्नेंसी के दौरान उसका अबोर्शन हो गया था. वहीं हिंदु महिला जो प्रेग्नेंट थी, बच्चा नहीं चाहती थी क्योंकि उसने बताया कि उसका पति नशे करता है. इस वजह से दोनों महिलाओं ने मिलकर एक समझौता किया. मुस्लिम महिला ने जब यह आश्वासन दिया कि वह बच्ची को गोद लेगी तो हिंदू महिला ने उसके आधार कार्ड का इस्तेमाल करते हुए बच्ची को जन्म दिया.
एचआईवी पॉजिटिव है बच्ची
हालांकि, जनवरी में पता चला कि बच्ची एचआईवी पॉजिटिव है और बीमार है और इस वजह से अब मुस्लिम महिला उसे नहीं चाहती है. फिलहाल बच्ची को कलवा के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है. ऐसे में राज्य के महिला और बाल कल्याण विभाग ने दोनों महिलाओं के खिलाफ किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) अधिनियम 2015 के तहत अवैध रूप से बच्चे को छोड़ने या स्वीकार करने और बेचने या खरीदने और भारतीय न्याय संहिता के तहत धोखाधड़ी करने के लिए जीरो एफआईआर दर्ज की है.
एक ही मौहल्ले में रहती है बच्ची की मां और मुस्लिम महिला
पुलिस ने बताया कि बच्ची की मां और मुस्लिम महिला कल्याण में एक ही मोहल्ले में रहती हैं. प्रेग्नेंसी के छह महीने बाद महिलाने मुस्लिम महिला को बताया था कि वह बच्चा गोद नहीं लेना चाहती है. इस पर मुस्लिम महिला ने बच्चे को गोद लेने की बात की थी.
अक्टूबर 2024 में महिला ने दिया था बच्ची को जन्म
जानकारी के मुताबिक मुस्लिम महिला के पहचान पत्र का इस्तेमाल करते हुए हिंदू महिला ने अक्टूबर 2024 में केईएम अस्पताल में बच्चे को जन्म दिया था. इसके बाद मुस्लिम लड़की के नाम का जन्म प्रमाण पत्र भी जारी किया गया था, जिसमें मुस्लिम महिला का ही नाम उसकी मां के रूप में लिखा हुआ है. हालांकि, बच्चे के एचआईवी संक्रमित होने की जानकारी मिलने पर मुस्लिम महिला ने बच्ची को अस्वीाकर कर दिया है.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
इसके बाद 21 फरवरी को स्थानीय सखी केंद्र ने ठाणे जिला बाल संरक्षण हेल्पलाइन को मामले की जानकारी देते हुए एक ईमेल भेजा. बाल संरक्षण समिति के कर्मचारी मुस्लिम महिला का पता नहीं लगा पाए, लेकिन उन्हें जन्म देने वाली महिला का मोबाइल नंबर मिल गया है. इसके अनुसार, 28 फरवरी को ठाणे के मानपाड़ा पुलिस स्टेशन में एक जीरो एफआईआर दर्ज की गई. मामले को आगे की जांच के लिए मुंबई के भोईवाड़ा पुलिस स्टेशन में स्थानांतरित कर दिया गया है.
Hot Categories
Recent News
Daily Newsletter
Get all the top stories from Blogs to keep track.
RELATED POSTS
View all
चीनी लोन ऐप घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय ने दो और आरोपियों को किया गिरफ्तार
February 21, 2025 | by Deshvidesh News
50 की उम्र में भी दिखना हैं जवां तो डाइट में शामिल कर लें इस हरे फल का सूप, हर कोई पूछेगा जवानी का राज
January 13, 2025 | by Deshvidesh News
भारतीयों के लिए मोटापे की नई परिभाषा में पेट की चर्बी और संबंधित बीमारियों पर फोकस
January 15, 2025 | by Deshvidesh News