पंडित की जगह दूल्हे ने अपनी शादी में खुद ही किया सारा मंत्रोच्चारण, हैरान रह गए गेस्ट, यूजर्स बोले- सबको ऐसा ही करना चाहिए
January 28, 2025 | by Deshvidesh News

उत्तर प्रदेश के एक शख्स ने अपनी ही शादी में पुजारी बनकर एक नया ट्रेंड शुरु कर दिया है. हरिद्वार के कुंजा बहादुरपुर में अनोखी शादी का मामला सामने आया है. खबरों के मुताबिक, रामपुर मनिहारान, सहारनपुर के रहने वाले विवेक कुमार ने बताया कि वह लंबे समय से अनुष्ठान सीख रहे हैं. जब विवेक ने अपनी पत्नी के पास बैठकर वैदिक मंत्रों का पाठ करना शुरू किया तो मेहमानों और रिश्तेदारों सहित कार्यक्रम में मौजूद सभी लोग हैरान रह गए.
दुर्लभ क्षण को दर्शाने वाला एक वीडियो एक्स पर कैप्शन के साथ डाला गया था – “दूल्हा पुजारी बन जाता है और सहारनपुर का शख्स अपनी ही शादी की रस्में निभाता है.” यह पोस्ट पहले ही वायरल हो चुकी है, जिसने कई सोशल मीडिया प्रेमियों का ध्यान आकर्षित किया है. क्लिप की शुरुआत विवेक द्वारा दूल्हे के वेश में आत्मविश्वास से शादी की रस्में निभाते हुए होती है. जैसे ही उसने मंत्र पढ़ना जारी रखा, दुल्हन भी अनुष्ठान में उसके साथ शामिल हो गई. अनोखी परंपरा को देखकर मेहमान और पंडित हैरान दिखे.
देखें Video:
Groom Becomes Priest: #Saharanpur Man Conducts His Own Wedding Rituals pic.twitter.com/keHAABXD77
— Genzdigest (@Genzofficia_l) January 25, 2025
वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए, कई यूजर्स ने कपल को “खुशहाल वैवाहिक जीवन” की शुभकामनाएं दीं. उनमें से एक ने कमेंट किया, “इसमें कोई संदेह नहीं है, यह जोड़ा राजकुमार और राजकुमारी जैसा दिखता है. उन्हें खुशी, शांति, अच्छे स्वास्थ्य और समृद्धि के साथ रहने दें. उन्हें बच्चे पैदा करने दें जो वैदिक ज्ञान और कर्म में अपने पिता से आगे निकल जाएं.” दूसरे दर्शक ने महसूस किया कि दुल्हन विवेक जैसा पति पाकर “भाग्यशाली” हो गई. दूसरे ने कहा, “हर सनातनी को ऐसा ही होना चाहिए.” तीसरे यूजर ने कमेंट किया, “हमारा धर्म कितना सुंदर है.”
गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय में बी.फार्मा की पढ़ाई कर रहे विवेक को हमेशा वैदिक परंपराओं और अनुष्ठानों का शौक था. सोशल मीडिया पर चल रही खबरों के मुताबिक, उनका परिवार आर्य समाज से जुड़ा था – जो वैदिक संस्कृति को बढ़ावा देने वाला संगठन है. उन्होंने छोटी उम्र से ही संस्थान का दौरा किया और कई मंत्र सीखे. 12वीं कक्षा पूरी करने के बाद विवेक ने आचार्य वीरेंद्र शास्त्री के मार्गदर्शन में खुद को और तैयार किया. अपनी शादी में अनुष्ठान करके और मंत्रों का जाप करके, युवा ने संस्कृति के प्रति वफादार रहने के महत्व के बारे में एक मजबूत संदेश फैलाने की कोशिश की.
विवेक ने बताया, “मैं हर किसी को याद दिलाना चाहता हूं कि जब हम आधुनिक शिक्षा अपनाते हैं, तो हमें अपनी सांस्कृतिक जड़ों को नहीं भूलना चाहिए.” आर्य समाज के हिस्से के रूप में, उन्होंने पहले कई शादियों में पुजारी की भूमिका निभाई है.
ये Video भी देखें:
RELATED POSTS
View all