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चीन के AI से क्यों घबराया US, रक्षा विभाग ने कुछ नेटवर्क में DeepSeek को किया ब्लॉक 

January 31, 2025 | by Deshvidesh News

चीन के AI से क्यों घबराया US, रक्षा विभाग ने कुछ नेटवर्क में DeepSeek को किया ब्लॉक

चीन के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) स्टार्टअप डीपसीक (DeepSeek) के R1 मॉडल ने पूरी दुनिया में खलबली मचा दी है. टेक जाइंट कंपनियों के AI मॉडल से इसे कई ज्यादा बेहतर माना जा रहा है. ऐसे में कई देश इसे आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा मानते सतर्क हो गए हैं. अमेरिका के रक्षा विभाग ने भी अपने कुछ नेटवर्क में डीपसीक को ब्लॉक करना शुरू कर दिया है.

अमेरिकी नौसेना ने सुरक्षा और नैतिक चिंताओं को लेकर कर्मचारियों को इसके इस्तेमाल पर पिछले दिनों ही प्रतिबंध लगा दिया था. ‘ब्लूमबर्ग’ की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी रक्षा विभाग कर्मचारियों ने इस सप्ताह कम से कम 2 दिनों तक डीपसीक का इस्तेमाल किया, जिससे उनके कंप्यूटर चीनी सर्वर से जुड़ गए और वह इसे नहीं रोक पाया.

रिपोर्ट में ऐसा दावा किया गया है कि इस AI चैटबॉट की सर्विस की शर्तें स्पष्ट रूप से बताती हैं कि यह यूजर्स डाटा को चीनी सर्वर पर स्टोर करता है.

CNBC की रिपोर्ट के अनुसार, 24 जनवरी को अमेरिकी नौसेना ने सुरक्षा चिंताओं को लेकर कर्मचारियों को डीपसीक का इस्तेमाल बैन कर दिया. डीपसीक डेट ऑफ बर्थ, टेलिफोन नंबर और यूजर नेम पासवर्ड, टेक्स्ट और ऑडियो इनपुट और चैट हिस्ट्री को स्टोर करता है.

किन देशों में बैन हुआ डीपसीक?
‘रॉयटर्स’ की रिपोर्ट के मुताबिक, डीपसीक को बुधवार को इटली में एपल और गूगल ऐप स्टोर्स से हटाया गया है. आयरलैंड में भी DeepSeek को ब्लॉक किया गया है. दोनों देशों की सुरक्षा एजेंसियां इसकी डेटा पॉलिसीज की जांच कर रही हैं. फिलहाल DeepSeek को भारत में इस्तेमाल किया जा सकता है. इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर और एप्पल एप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है.

डीपसीक को जानिए?
-डीपसीक  V3 एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट है. लिआंग वेनफेंग की स्टार्टअप कंपनी ने इसे तैयार किया है. 
-वेनफेंग AI और क्वांटिटेटिव फाइनेंस में बैकग्राउंड वाले इंजीनियर हैं.
-इस कंपनी को जुलाई 2023 में लॉन्च किया गया था. कंपनी का हेडक्वॉर्टर हांगचो में है. 
-डीपसीक के लि वेनफेंग ने हेज फंड के जरिए निवेशक जुटाए थे. उन्होंने अमेरिका की सबसे बड़ी चिप मेकिंग कंपनी एनवीडिया ए100 चिप्स के ज़रिए एक स्टोर बनाया था. 
-कहा जा रहा है कि करीब 50 हजार चिप्स के कलेक्शन से उन्होंने डीपसीक को लॉन्च किया था. 

दूसरे चैटबॉट से कितना अलग है DeepSeek?
-डीपसीक V3 एक 671 बिलियन पैरामीटर एक्सपर्ट्स का मिक्स्चर है. यह ‘एडवांस रीजनिंग मॉडल’ का इस्तेमाल करता है, जो इसे OpenAI के 01 से बेहतर बना देता है.
-इसे OpenAI के 01 मॉडल की तुलना में 20 से 50 गुना अधिक किफायती और बेहतर माना जा रहा है. यह ChatGPT और क्लाउड AI से 7 से 14% बेहतर परफॉर्म करता है.
-OpenenAI का 01 प्रति मिलियन इनपुट टोकन 15 अमेरिकी डॉलर चार्ज करता है. लेकिन, चीन का डीपसीक का R1 प्रति मिलियन इनपुट टोकन 0.55 अमेरिकी डॉलर चार्ज करता है. यानी ये बाकी AI मॉडल के मुकाबले काफी सस्ता है.
-मुश्किल टास्क को पूरा करने के मामले में डीपसीक का स्कोर सबसे हाई है. इसने 92% स्कोर किया, जबकि ChatGPT 4 ने 78% स्कोर किया.
-Meta AI और जैमिनी की बात करें, तो डीपसीक इन दोनों चैटबॉट मॉडल से कई ज्यादा किफायती और एडवांस है.
-Deepseek AI कोडिंग और मैथ्स जैसे मुश्किल टास्क भी बेहद सटीक तरीके से कर लेता है. इसपर सिर्फ कमांड देना होता है और रिजल्ट सेकेंड्स में आ जाएगा.

 

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