Desh Videsh News – Breaking News, Politics, Business & Sports Updates

‘घिनौना और शर्मनाक’ लाइव कॉन्सर्ट के दौरान सेल्फी लेने आई फैन को उदित नारायण ने चूमा, वायरल वीडियो देख भड़के इंटरनेट यूजर्स  

February 1, 2025 | by Deshvidesh News

‘घिनौना और शर्मनाक’ लाइव कॉन्सर्ट के दौरान सेल्फी लेने आई फैन को उदित नारायण ने चूमा, वायरल वीडियो देख भड़के इंटरनेट यूजर्स 

बॉलीवुड के दिग्गज सिंगर उदित नारायण को एक वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है. दरअसल, क्लिप में वह अपनी परफॉर्मेंस के सेल्फी लेते हुए एक महिला फैन को होठों पर जबरदस्ती Kiss करते हुए नजर आ रहे हैं. बिना तारीख वाले वीडियो में, उदित नारायण, अक्षय कुमार और रवीना टंडन पर फिल्माए गए मशहूर ट्रैक “टिप टिप बरसा पानी” पर परफॉर्म करते नजर आ रहे हैं, तभी एक सेल्फी लेने आई महिला फैन ने पहले मुड़कर उनके गाल पर चूमा, जिसके बाद सिंगर ने उन्हों  होठों पर किस कर दिया. 

इसके अलावा एक अन्य महिला ने गायक को चूमने और गले लगाने की कोशिश की, तब सिंगर ने उनके गाल पर चूमा. शो के वायरल वीडियो के अनुसार, गायक ने महिला फैन के होठों पर चूमा, जो अब वायरल हो रहा है. गायक आदित्य नारायण के पिता उदित नारायण ने इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है, हालांकि, सोशल मीडिया यूजर्स ने इस पर गुस्सा जाहिर किया है.

एक ने कहा: “AI खतरनाक होता जा रहा है.” दूसरे यूजर ने लिखा, “अगर AI जनरेट नहीं हुआ तो उन्होंने अपनी पूरी विरासत ही नष्ट कर दी…हालांकि इसका पुराना मामला भी है,” तीसरे ने कहा कि यह शर्मनाक और घिनौना है. वहीं अन्य ने कहा, “उनके जैसे कद के गायक को सार्वजनिक रूप से अपने कामों के प्रति बहुत सचेत रहना चाहिए.” 

गौरतलब है कि 69 वर्षीय सिंगर ने हिंदी तेलुगु, कन्नड़, तमिल, बंगाली, सिंधी, ओडिया, भोजपुरी, नेपाली, मलयालम, असमिया, बघेली और मैथिली सहित कई अन्य भाषाओं में गाने गाए हैं. उन्होंने चार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीते हैं. भारत सरकार ने उन्हें 2009 में पद्म श्री और 2016 में पद्म भूषण से सम्मानित किया. 1980 में उन्हें हिंदी पार्श्वगायन में दिग्गज गायक मोहम्मद रफी के साथ गाने का मौका मिला, जिसमें उन्होंने उनीस-बीस में काम किया और 1980 के दशक में बहुचर्चित किशोर कुमार के साथ भी काम किया. उन्होंने आखिरकार 1988 की फिल्म कयामत से कयामत तक में बॉलीवुड स्टार आमिर खान पर फिल्माए गए गाने “पापा कहते हैं” से अपनी पहचान बनाई. 

उनके योगदान को मान्यता देते हुए नेपाल के राजा बीरेंद्र बीर बिक्रम शाह देव ने उन्हें 1988 में गोरखा दक्षिणा बहू के आदेश से सम्मानित किया. भारतीय सिनेमा और संगीत में उनके योगदान के लिए 2001 में चित्रगुप्त सिनेयात्रा सम्मान और भोजपुरी सिनेमा में उनके योगदान के लिए 2015 में चित्रगुप्त सिनेयात्रा सम्मान से सम्मानित किया गया.

 

RELATED POSTS

View all

view all
WhatsApp