क्या Credit Card बिल को EMI में बदलना है फायदेमंद? जानें क्रेडिट स्कोर पर क्या होगा असर
January 30, 2025 | by Deshvidesh News

Convert Credit Card Bill to EMI: आजकल लोग डेबिट कार्ड (Debit Card) की जगह क्रेडिट कार्ड (Credit Card) का इस्तेमाल ज्यादा करते हैं. क्योंकि पैसे भरने के लिए करीब एक महीने का अतिरिक्त समय मिल जाता है. इस वजह से लोग कई बार जरूरत से ज्यादा खरीदारी भी कर लेते हैं. जिसकी वजह से फिर लंबा चौड़ा बिल आ जाता है. बड़ी राशि के बिलों को भरना कई बार लोगों के लिए मुश्किल हो जाता है.
इस वजह से कई क्रेडिट कार्ड कंपनियां बिलों को समान मासिक किस्तों (EMI) में बदलने का ऑप्शन भी अपने कस्टमर्स को देती हैं. इस ऑप्शन से कस्टमर्स को तुरंत राहत तो मिल जाती है, लेकिन क्या इसका असर आपके क्रेडिट स्कोर और फाइनेंशियल हेल्थ पर पड़ता है? इस सवाल का जवाब आज हम आपको बताएंगे.
क्या आप भी क्रेडिट कार्ड बिल पर चुनते हैं EMI ऑप्शन?
अक्सर ज्यादा बिल आने पर क्रेडिट कार्ड यूजर पूरे बिल का एक बार में भुगतान करने के बजाय एक निश्चित अवधि (Fixed period) में छोटी, मासिक किस्तों (EMI) का विकल्प चुन सकते हैं. हालांकि, अगर आप इस विकल्प का इस्तेमाल करते हैं तो आपको प्रोसेसिंग फीस (Processing fees) के साथ-साथ इंटरेस्ट चार्ज (Interest charges) भी देना होगा.
क्या EMI ऑप्शन का क्रेडिट स्कोर पर पड़ेगा असर?
EMI का ऑप्शन चुनने से सीधे तौर पर आपके क्रेडिट स्कोर (Credit Score) पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि बैंक इसे एक रीपेमेंट स्ट्रेटजी के तौर पर देखते हैं. हालांकि, आप EMI को कैसे मैनेज करते हैं, उससे आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा या खराब हो सकता है. अगर क्रेडिट कार्ड की EMI का समय पर पेमेंट न किया जाए, तो इससे क्रेडिट स्कोर पर नकारात्मक असर (Negative Impact) पड़ता है. जिससे आपकी क्रेडिट प्रोफाइल भी खराब होती है.
इसी तरह समय पर EMI का पेमेंट करके समय के साथ आप अपने क्रेडिट स्कोर को इम्प्रूव भी कर सकते हैं.
क्रेडिट कार्ड बिल को EMI में बदलने के फायदे और नुकसान
क्रेडिट कार्ड बिल को EMI में बदलने के फायदे भी हैं और नुकसान भी हैं. चलिए दोनों के बारे में जानते हैं.
फायदे
EMI का विकल्प बड़े बिल को हर महीने भरने वाले छोटे अमाउंट में तोड़कर क्रेडिट कार्ड होल्डर को काफी राहत देता है. साथ ही, EMI (Equated Monthly Instalment) पर ब्याज दरें आम तौर पर बकाया बैलेंस पर लगने वाले चार्ज से कम होती हैं, जब केवल मिनिमम बैलेंस का पेमेंट किया जाता है. यानी सरल शब्दों में EMI पर ब्याज दरें, बकाया राशि पर लगने वाले शुल्क से कम होती हैं.
इसके अलावा, एक फिक्स्ड मंथली पेमेंट करने से फाइनेंस को प्लान करना बहुत आसान हो जाता है और समय पर EMI का भुगतान करने से क्रेडिट स्कोर अच्छा बना रहता है.
नुकसान
इसके नुकसान की बात करें तो बिल को EMI में कन्वर्ट करने पर इंटरेस्ट और प्रोसेसिंग फीस का एडिशनल खर्च जुड़ जाता है. अगर आप समय पर EMI नहीं भरते तो इससे आपके क्रेडिट स्कोर पर असर पड़ सकता है. क्रेडिट स्कोर खराब होने का मतलब है कि इससे भविष्य में आपके लोन लेने की क्षमता पर असर पड़ेगा. इसलिए EMI का ऑप्शन केवल तभी चुनें जब आपको भरोसा हों कि आप समय से उनका पेमेंट कर पाएंगे.
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