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सोना खरीदने का सबसे अच्छा तरीका: न मेकिंग चार्ज, न GST – बहुत कम लोगों को मालूम है गोल्ड इन्वेस्टमेंट का ये फॉर्मूला 

February 26, 2025 | by Deshvidesh News

सोना खरीदने का सबसे अच्छा तरीका: न मेकिंग चार्ज, न GST – बहुत कम लोगों को मालूम है गोल्ड इन्वेस्टमेंट का ये फॉर्मूला

Gold Investment: जहां शेयर मार्केट गिरावट का सामना कर रहा है वहीं गोल्ड की कीमतों (Gold Prices) लगातार तेजी देखने को मिल रही है. मंगलवार को राजधानी दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना 300 रुपये की तेजी के साथ 88,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ. बता दें कि मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी के सर्राफा बाजार में सोने में दूसरे दिन भी तेजी जारी रही. सोने की कीमत 250 रुपये बढ़कर 89,350 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गयी. अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने यह जानकारी दी.

99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव 250 रुपये बढ़कर 88,950 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया.इसका पिछला बंद भाव 88,700 रुपये प्रति 10 ग्राम था. 20 फरवरी को 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने ने क्रमश: 89,450 रुपये और 89,050 रुपये प्रति 10 ग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर को छुआ था.

सोने की बढ़ती कीमतों को देखकर अगर आप भी इसमें निवेश करने का सोच रहे हैं तो आज हम आपको बताएंगे सोने में निवेश करने का सबसे अच्छा तरीका.

गोल्ड की कीमत के साथ-साथ मेकिंग चार्ज और GST में भी इजाफा

गोल्ड की बढ़ती कीमतों ने आम निवेशकों और खरीदारों की टेंशन को बढ़ा दिया है. ऐसा इसलिए हैं क्योंकि गोल्ड खरीदने के लिए अब उन्हें बढ़े हुए भाव के हिसाब से ही GST और मेकिंग चार्ज चुकाना होगा. उदाहरण के तौर पर मान लीजिए कि आप 80,000 रुपये की एक गोल्ड चेन खरीद रहे हैं, जिस पर 15 फीसदी मेकिंग चार्ज है.

ऐसे में आपको चेन के 80,000 रुपये के अलावा मेकिंग चार्ज का 12,000 रुपये और 3 फीसदी GST  के तौर पर 2400 रुपये ऊपर से चुकाने होंगे. जिससे आपको 80,000 रुपये की चेन के लिए अब कुल 94,400 रुपये खर्च करने होंगे. आपको बता दें कि जैसे-जैसे सोने की कीमत बढ़ती है, वैसे-वैसे मेकिंग चार्ज और GST भी बढ़ता जाता है.

इंवेस्टमेंट के लिए गोल्ड ETF है बेस्ट ऑप्शन

गोल्ड के बढ़ते भाव को देखकर अगर आप गोल्ड में इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो गोल्ड ETF आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प साबित होगा. गोल्ड ETF में निवेश करने पर न तो आपको कोई मेकिंग चार्ज देना होगा और न ही GST. बता दें कि गोल्ड ETF के जरिए गोल्ड बुलियन में निवेश किया जाता है और इसकी एक यूनिट 1 ग्राम 24 कैरेट गोल्ड के बराबर होती है. गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF ) को शेयर मार्केट में खरीदने और बेचने के लिए आपके पास एक डीमैट अकाउंट होना जरूरी है.

गोल्ड ETF में फिजिकल गोल्ड से ज्यादा प्रॉफिट

गोल्ड ETF की कीमत भी सोने के साथ-साथ घटती और बढ़ती रहती है. यानी जब सोने की कीमत बढ़ती है तो गोल्ड ETF के एक यूनिट की भी कीमत या कहें भाव बढ़ता है. इसका मतलब कि सोने का भाव बढ़ने पर गोल्ड ETF पर भी आपको उतना ही प्रॉफिट होगा, जितना आपको फिजिकल गोल्ड पर होगा. 

लेकिन अब हम बताते हैं कि गोल्ड ईटीएफ में फिजिकल गोल्ड के मुकाबले आपको ज्यादा मुनाफा कैसे होगा. दरअसल, फिजिकल गोल्ड बेचने पर आपको सिर्फ गोल्ड की वैल्यू मिलती है, GST  और मेकिंग चार्ज पर खर्च हुआ पैसा रिटर्न नहीं मिलता. जबकि गोल्ड ETF में न GST लगता है और न ही मेकिंग चार्ज तो गोल्ड में निवेश करने का ये हुआ न सबसे फायदेमंद तरीका.

 

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